मैंने सबसे पहले

12-12-2018

मैंने सबसे पहले

महेश रौतेला

मैंने सबसे पहले
तुम में खोजा था प्यार,
तुम्हें पता था या नहीं,
पता नहीं।

मैंने सबसे पहले
तुमसे ही कहा था,
अपना पवित्र सत्य
तुम्हें पता था या नहीं,
पता नहीं।

मैंने सबसे पहले
तुमसे ही कहा था,
"मैं तुमसे प्यार करता हूँ"
तुम्हें पता था या नहीं,
पता नहीं।

0 टिप्पणियाँ

कृपया टिप्पणी दें

लेखक की अन्य कृतियाँ

यात्रा वृत्तांत
कविता
यात्रा-संस्मरण
कहानी
ललित निबन्ध
स्मृति लेख
विडियो
ऑडियो

विशेषांक में