अभी-अभी मैंने प्यार की बातों में मिठास घोली है

15-05-2022

अभी-अभी मैंने प्यार की बातों में मिठास घोली है

महेश रौतेला (अंक: 205, मई द्वितीय, 2022 में प्रकाशित)

अभी-अभी मैंने
प्यार की बातों में मिठास घोली है, 
पहाड़ की लम्बी पगडण्डी को
प्यार से जोड़ा है। 
जिस नदी में नहाते हैं
उसमें पवित्रता का बोध मिलाया है, 
दिन की प्रकृति से
पवित्र रिश्ते का योग किया है। 
अभी-अभी वर्षों को
तुम्हारी याद से मीठा कर, 
बहुत लम्बा किया है। 
ध्यानमग्न, प्यार से आच्छादित
बातों को खड़ा किया है, 
शब्दों को खोल
यात्राओं में मिठास भरी है। 

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