देश में भेड़िया घुस आया है

15-02-2025

देश में भेड़िया घुस आया है

महेश रौतेला (अंक: 271, फरवरी द्वितीय, 2025 में प्रकाशित)

 

देश में भेड़िया घुस आया है
हर भेड़िये की अपनी योजना है—
देश को काट-छाँट कर
अपनी माँद सा बना देना। 
भेड़िया चाहता है
देश मुर्दा रहे और
हवा सहमी, सड़ाँध भरी। 
वह चाहता है
देश धँसे
और वह धूल में लोटपोट खेले। 
मनुष्य को जागना होगा
हाथ में लाठी ले
भेड़िये को मारभगा
देश को श्रेष्ठ रखना होगा। 

1 टिप्पणियाँ

  • बहुत हीं सुंदर भाव है। परंतु भेड़िए की उपमा अब छोटी पड़ रही है। हमारा और हम मनुष्य इतना नीचे गिर चुके है।

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