पत्र

महेश रौतेला (अंक: 220, जनवरी प्रथम, 2023 में प्रकाशित)

पत्र लिखना
पत्र में पहाड़ लिखना, 
कुशल में प्यार लिखना
देश का स्वभाव लिखना। 
 
पंक्तियों के मध्य
स्वास्थ्य की बात करना, 
हरी-सूखी घास पर
घसियारियों के गीत लिखना। 
 
पत्र के मध्य
चुनावों की हार-जीत बताना, 
शिखरों पर पड़े हिम पर
लम्बी पर्यावरणीय बात कहना। 
 
वन की आग का
बारी बारी विवरण देना, 
जले-मरे वृक्षों का
अन्तिम संस्कार कर देना। 
 
पत्र के अन्त को
अन्तिम मत कहना, 
उठे मुद्दों पर
अपनी राय रखना। 

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