मर कर कहाँ जाया करूँगा

15-03-2025

मर कर कहाँ जाया करूँगा

महेश रौतेला (अंक: 273, मार्च द्वितीय, 2025 में प्रकाशित)

 

मर कर कहाँ जाया करूँगा
घर की बातें कहाँ करूँगा, 
किसके साथ हँसा करूँगा
किससे आशीष लिया करूँगा? 
 
अ, आ, क, ख कहाँ पढ़ूँगा
राह अपनी किधर खोजूँगा, 
चिट्ठी-पत्र किसे लिखूँगा
प्यार का सावन कहाँ बनूँगा? 
 
मेहनत-मज़दूरी कहाँ करूँगा
अन्न-धन कहाँ रखूँगा, 
किस तीर्थ पर दिखा करूँगा
कहाँ ईश को भजा करूँगा? 
 
किस देश में रहा करूँगा
किस घड़ी उठा करूँगा, 
किसके संग रहा करूँगा
किस ममता में बहा करूँगा? 
पर जीना-मरना सच होता है। 

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