पिताओं और पुत्रों की (रचनाकार - प्रो. असीम पारही)
(अनुवादक: दिनेश कुमार माली )आज रात मैं लिखूँगा आँसुओं से कविता
आज रात मैं लिखूँगा आँसुओं से कविता
क्योंकि तुम लौट आए हो राख के ढेर से,
अनेक सालों के घिनौने परीक्षण के बाद
असंख्य स्मृतियाँ लिए,
आज रात मैं जागता रहूँगा और मनाऊँगा प्रेमोत्सव
अभिनव तरीक़े से, यद्यपि गर्द से उत्पन्न
आज रात मैं रोऊँगा स्वस्थ होने की जंगली ख़ुशी में,
अराजकता और जीवन के शोर-शराबे के मध्य,
मेरे एकमात्र प्रेम!
आज रात मैं अतीत में झाँकूँगा
धूल भरी दोपहर के बीच, सुनसान समय की आख़िरी रात,
आज रात मैं याद करूँगा दक्षिण
दीर्घ साँसें लेते-लेते, विश्वास उमंग के साथ
फागुन की गरम हवाओं ने छीना हमारा श्वसन,
आज रात तुम रहोगी मेरे पास
बेहतर होगा, अपने आलिंगन से कर दो मेरा सत्यानाश
पश्चात्ताप होता है एक प्रहार
भूतकाल के अनवरत आघातों से
हज़ार तीरों का शूल बेहतर
आज रात अवश्य मैं लूँगा वैराग्य,
इस कृत्रिमता से, मेरे आभासी सत्य से, और कड़वे कंटकों से
मेरे दूर के साथी! तरसाएगी तुम्हारी तड़प
इससे पहले कि उगे वह रोता हुआ चंद्रमा
फिर देर से
उतर जाओ पौराणिक गहराई में अकेले
मैं, तुम और हमारा उज्ज्वल प्रेम
इसलिए प्रियतम,
स्वागत करें हम अपने पुनर्जन्म का।
विषय सूची
- पिता के रोम-रोम
- समय का शरणार्थी
- पुत्र से पिता
- जियो मानव, जियो!
- एक और फरवरी
- गगन-प्रकृति
- आहत विचार
- विश्वासघात
- मृत्यु के बाद की लंबी कविता
- प्यारी माँ
- मेरे पिता के लिए
- उदासी
- फिर से आना
- पितृहीन
- आत्महत्या के शोकगीत
- मैं पीने वाला
- प्रेमी
- पौ फटने से ठीक पहले
- सूर्य-जन्मा
- राजकुमार हेमलेट
- पिता होते हुए पुत्र तनाव में!
- अभिमान
- क्या पिता एक मज़ाक है?
- मेरा चंद्रिल प्रेम
- यात्रा
- पुनरागमन
- प्रतिशोध
- हठी
- पूर्णिमा की ज्योत्स्ना में भीगी कविता
- माता
- पत्नी
- कौन कहता है कि तुम भगवान हो?
- दुर्योधन का उत्तर
- मौन
- आत्म-हत्या
- दक्षिणी पवन
- दुर्योधन-पुत्र
- इतिहास का बोझ
- अंतर्द्वंद्व
- त्रिवेणी
- मैं यहाँ हूँ
- तुम और मैं
- कर्कश सुबह
- एकजुटता का अंश
- निष्कासन
- मदलाशी
- जब मैं तुमसे प्यार करता हूँ
- मृत्युंजय
- हत्या
- जब तुम चले जाओगे
- हम
- अकेले दिन
- साँसों में जन्म-स्थान
- प्रेम और प्रतिशोध
- आगमन
- स्थितप्रज्ञ
- अविस्मरणीय समय
- मैं तुमसे यही चाहता था
- शर-शैय्या
- रात और गृह-विरह
- अभी भी नरक
- मनु-पुत्र
- आज रात मैं लिखूँगा आँसुओं से कविता
- शिखर पतन
- प्यार की दासता
- शरद ऋतु में सितंबर
- अकेले रहना एक विकल्प
- पिताओं और पुत्रों की
लेखक की कृतियाँ
अनुवादक की कृतियाँ
- साहित्यिक आलेख
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- अमेरिकन जीवन-शैली को खंगालती कहानियाँ
- आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी जी की ‘विज्ञान-वार्ता’
- आधी दुनिया के सवाल : जवाब हैं किसके पास?
- कुछ स्मृतियाँ: डॉ. दिनेश्वर प्रसाद जी के साथ
- गिरीश पंकज के प्रसिद्ध उपन्यास ‘एक गाय की आत्मकथा’ की यथार्थ गाथा
- डॉ. विमला भण्डारी का काव्य-संसार
- दुनिया की आधी आबादी को चुनौती देती हुई कविताएँ: प्रोफ़ेसर असीम रंजन पारही का कविता—संग्रह ‘पिताओं और पुत्रों की’
- धर्म के नाम पर ख़तरे में मानवता: ‘जेहादन एवम् अन्य कहानियाँ’
- प्रोफ़ेसर प्रभा पंत के बाल साहित्य से गुज़रते हुए . . .
- भारत के उत्तर से दक्षिण तक एकता के सूत्र तलाशता डॉ. नीता चौबीसा का यात्रा-वृत्तान्त: ‘सप्तरथी का प्रवास’
- रेत समाधि : कथानक, भाषा-शिल्प एवं अनुवाद
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- सोद्देश्यपरक दीर्घ कहानियों के प्रमुख स्तम्भ: श्री हरिचरण प्रकाश
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- ऐतिहासिक
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- अनूदित कविता
- यात्रा-संस्मरण
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