पिताओं और पुत्रों की

पिताओं और पुत्रों की  (रचनाकार - प्रो. असीम पारही)

(अनुवादक: दिनेश कुमार माली )
दुर्योधन का उत्तर

 

शब्द चुराने वाला कायर
कायर नहीं, होता है शिशुचोर
जो छुपाता, अपने मन के राज
वह बदमाश, निंदक धोखेबाज़
 
एक सख़्त प्रकृति वाला अकेला नर
होता है कट्टर, 
करता वह योग्य योद्धा की खोज। 
 
और तुम्हारी फिसलन
दोनों घूँघट के तल! 
एक माँ फेंक देती अपने बाल
दूसरी बहाती उसके लिए अपने नेत्र-जल
एक करती ईर्ष्या से कोमल अभिनय
और दूसरी गिरती धरातल अपने मुँह के बल। 

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