टीस

राजेश ’ललित’ (अंक: 220, जनवरी प्रथम, 2023 में प्रकाशित)

टीस मेरी है
दर्द का एहसास
तुम्हें कहाँ से हो? 
अब आदत हो गई! 
दर्द होता तो है! 
महसूस नहीं होता। 

1 टिप्पणियाँ

  • 2 Jan, 2023 06:08 AM

    आदरणीय शर्मा जी अति सुंदर रचना

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