बुआ आई

राजेश ’ललित’ (अंक: 205, मई द्वितीय, 2022 में प्रकाशित)

देखो नन्ही
बुआ आई
बुआ आई
हमारे लिये भी
कुछ लाई 
कुछ खट्टा
कुछ मीठा लाई
 
देखो देखो भैया
कौन आया है?
बुआ आई है
बुआ आई है
देखो बहना 
क्या लाई है?
 
खोलो थैला
ऊपर नीचे
पलटो थैला
देखो बहना
लड्डु लाई
बर्फ़ी लाई
थोड़ी थोड़ी
खा लेते है
थोड़ी सी ही
खा लेते हैं
ये बात तुम
किसी को न कहना
 
इस झोले
को खोलो
देखो भैया
ढेर सारे
भरे खिलौने
सूंड उठाये
हाथी राजा
भालू मोटे
बड़े सलोने

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