मरना होगा

15-03-2023

मरना होगा

राजेश ’ललित’ (अंक: 225, मार्च द्वितीय, 2023 में प्रकाशित)

 

कितना दर्द सहा होगा? 
तब ही वह मरा होगा! 
 
पल पल मरता था यूँ तो? 
मरने के बाद तो क्या मरा होगा? 
 
मरना तो है इक बार सबको? 
ऐसे भी क्या कोई मरा होगा? 
 
जीवन दिया है जिसने तुझको; 
लिखा, उसी ने तुझे, मरना होगा! 
 
ज़िंदा है तू तभी तक
जब तक मतलब हैअपनों का! 
जिस दिन मतलब निकल गया
उसी दिन तुझे मरना होगा

1 टिप्पणियाँ

  • 17 Mar, 2023 07:45 AM

    आदरणीय श्री राजेश"ललित" जी दिल को छू लेने वाली अति सुंदर कविता

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