राजेश 'ललित' – 005

01-10-2023

राजेश 'ललित' – 005

राजेश ’ललित’ (अंक: 238, अक्टूबर प्रथम, 2023 में प्रकाशित)

 

उसकी जड़ें
बहुत गहरी थीं
काटा गया
उसको बार बार
फिर भी
फूट आतीं
कोंपलें हर बार

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