नन्ही परी 

15-08-2025

नन्ही परी 

राजेश ’ललित’ (अंक: 282, अगस्त प्रथम, 2025 में प्रकाशित)

 

मम्मी कहती, राजकुमारी, 
पापा कहते कहानी सी, 
छोटी सी दुनिया है उसकी, 
लगता है जैसे हो, वह, 
परियों की महारानी सी। 
 
बातें करती, 
बड़े बड़ों सी, 
जैसे बहुत ही, 
पढ़ी लिखी सी, 
वैसे वह लगती बड़ी सयानी सी। 
 
चाहे कोई उसे, 
देखे न देखे, 
नहीं करती, 
परवाह उसकी, 
किताबों में, 
खोई रहती, 
लगती बड़ी ही नी सी। 
 
है तो छोटी, 
रहती पर वह, 
धीर गंभीर सी, 
हर बात का, 
उत्तर देती, 
जैसे सबसे बड़ी ही ज्ञानी सी। 
 
गुड्डा गुड्डी नहीं खेलती, 
हैरी पॉटर की, 
दीवानी वह, 
अपना ही संसार, 
बसा है, 
गुड्डा गुड्डी में क्या रखा है, 
पर है उनकी 
की महारानी सी। 
 
नन्ही परी सी, 
पूरे घर में फुदकती फिरती, 
इधर घूमती 
कभी उधर घूमती, 
ज़िद में होती, 
पैर पटकती, 
सबकी राजदुलारी सी

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