बहुत झूठ बोलता है? 

01-10-2022

बहुत झूठ बोलता है? 

राजेश ’ललित’ (अंक: 214, अक्टूबर प्रथम, 2022 में प्रकाशित)

उसने तो
सत्य ही बोला था
बच्चा था
बड़ों ने उस 
सत्य को
झूठ में तोला था
यह झूठा है
बहुत झूठा है
बार बार बोला था
 
झूठे; झूठ को
सत्य बना कर 
खा रहे थे
बेशर्मी से खा रहे थे
छोटे से बच्चे को
धमका रहे थे
उसने बता दिया
फिर वही झूठ
बोलता है
कह कर भगा दिया
 
सारा दिन भूखा
बेचारा रोता रहा
थोड़ा केक दिया
थप्पड़ मार कर
दरवाज़े से बाहर
खड़ा कर दिया
बहुत झूठा है
किसी ने झूठा
खिला दिया
अपने बच्चे का
उसने फिर बता दिया
यह झूठा है
बहुत झूठा है
बच्चा समझ कर भगा दिया
 
भूल गये
सत्य चिपका रहेगा
मरते दम तक
शायद पश्चाताप
से न धुलेगा सत्य का दाग
झूठ का काँटा बन कर
चुभेगा ताउम्र 
याद रखना
आह की सज़ा 
बहुत कड़ी होती है। 
भुगतोगे
तो जानोगे!

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