दुखों का पहाड़

01-07-2023

दुखों का पहाड़

राजेश ’ललित’ (अंक: 232, जुलाई प्रथम, 2023 में प्रकाशित)

 

दुखों का पहाड़
बहुत ऊँचा था
किसी ने कहा
चढ़ जा 
उस तरफ़ हैं
सुख ही सुख
उम्मीद निकली झूठी
उम्र कट गयी
कम नहीं हुई
पहाड़ की ऊँचाई

1 टिप्पणियाँ

  • 2 Jul, 2023 10:13 AM

    आदरणीय राजेश शर्मा जी अति सुंदर

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