पर्यावरण
मुकेश कुमार ऋषि वर्मा
आओ! पर्यावरण बचाएँ।
एक-एक पेड़ सब लगाएँ॥
तब होगी धरा हरी-भरी।
बात सुनो तुम यह खरी-खरी॥
पर्यावरण को स्वच्छ बनाएँ।
प्यारी प्रकृति को महकाएँ॥
जीव-जंतु सब होंगे सुखी।
रहेगा न कोई धरती पर दुःखी॥
रोग-प्रदूषण सारे मिटेंगे।
ख़ुशहाली के दीप जलेंगे॥
पेड़ धरा का होते गहना।
बच्चों यह बात सभी से कहना॥
कूड़ा-कचरा यहाँ-वहाँ मत फैलाना।
कूड़ा हमेशा तुम कूड़ेदान में डालना॥
आओ! पर्यावरण बचाएँ।
एक-एक पेड़ सब लगाएँ॥
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