पर्यावरण

मुकेश कुमार ऋषि वर्मा (अंक: 266, दिसंबर प्रथम, 2024 में प्रकाशित)

 

आओ! पर्यावरण बचाएँ। 
एक-एक पेड़ सब लगाएँ॥
 
तब होगी धरा हरी-भरी। 
बात सुनो तुम यह खरी-खरी॥
 
पर्यावरण को स्वच्छ बनाएँ। 
प्यारी प्रकृति को महकाएँ॥
 
जीव-जंतु सब होंगे सुखी। 
रहेगा न कोई धरती पर दुःखी॥
 
रोग-प्रदूषण सारे मिटेंगे। 
ख़ुशहाली के दीप जलेंगे॥
 
पेड़ धरा का होते गहना। 
बच्चों यह बात सभी से कहना॥
 
कूड़ा-कचरा यहाँ-वहाँ मत फैलाना। 
कूड़ा हमेशा तुम कूड़ेदान में डालना॥
 
आओ! पर्यावरण बचाएँ। 
एक-एक पेड़ सब लगाएँ॥

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