यादें

मुकेश कुमार ऋषि वर्मा (अंक: 282, अगस्त प्रथम, 2025 में प्रकाशित)

 

कुछ याद आता है 
कुछ भूल जाता हूँ 
बीते वो दिन . . . 
बचपन की मस्ती 
वो झगड़े/
वो अलगाव/
वो वादे। 
 
कुछ याद आता है 
कुछ भूल जाता हूँ 
बीते वो दिन . . . 
हँसी सपने 
वो अपने/
वो टूटा घर/
वो फूटा आंगन/
वो सावन। 
 
कुछ याद आता है 
कुछ भूल जाता हूँ। 

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