ज़िन्दगी
मुकेश कुमार ऋषि वर्मारो कर हँसना ही नाम ज़िन्दगी,
क्षण-क्षण संघर्ष नाम ज़िन्दगी।
नित-नित चलना-रुकना,
सफल-असफल नाम ज़िन्दगी।
मान-अपमान, कहीं सम्मान,
तो कभी बदनाम ज़िन्दगी।
शूल-फूल मिलते बारी-बारी,
विरह-मिलन का नाम ज़िन्दगी।
कभी सुख, कभी दुःख आता,
दिन-रात का नाम ज़िन्दगी।
मत लगने देना विराम,
मर-मरकर जीने का नाम ज़िन्दगी।
कभी मिले अमृत, कभी मिले हलाहल,
आँखें बंद कर पीने का नाम ज़िन्दगी।
धूप-छाँव का संगम प्यारे,
उतार-चढ़ाव का नाम ज़िन्दगी।
रो कर हँसना ही नाम ज़िन्दगी,
क्षण-क्षण संघर्ष नाम ज़िन्दगी।
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