घर का नक़्शा

01-03-2020

घर का नक़्शा

राजनन्दन सिंह (अंक: 151, मार्च प्रथम, 2020 में प्रकाशित)

आम आदमी 
जब अपने घर का नक़्शा बनाता है
उसमें एक जगह
एक छोटी सी 
दुकान का हिसाब भी लगाता है
सोचता है देश की तरक्क़ी होगी
आज नहीं तो कल यह गली
छोटा मोटा बाज़ार हो जाएगा
बुढ़ापे में यदि कुछ और न हुआ
तो इस दुकान से एक छोटा सा
एक रोज़गार हो जाएगा
घर बैठे
दाल रोटी का जुगाड़ हो जाएगा

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