एक शब्द : नारी

01-01-2021

एक शब्द : नारी

राजनन्दन सिंह (अंक: 172, जनवरी प्रथम, 2021 में प्रकाशित)

लज्जा प्रेम शील समर्पण 
त्याग ममता और शक्ति
यह नारी है
अनेक शब्दों के लिए 
एक शब्द
 
मुझे नहीं लगता
दुनिया के किसी भी अन्य भाषा में
इस शब्द का कोई पर्याय होगा
जहाँ तक मेरी जानकारी है।
 
यह शब्द
न तो नर का स्त्रीलिंग है
और न ही मादा का पर्याय
इस शब्द में
एक संस्कृति है मर्यादा है
प्रेम है महानता है अलंकार है
 
स्त्री होना ही नारी होना नहीं है
हमारी संस्कृति में
जो नारी नहीं है 
वह महज़ नार है

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