सभी गौरैयाँ
एक से घोंसले बनाती हैं
सभी दरजिन चिड़िया
एक से घोंसले सीती हैं
सभी गीदड़
एक सा माँद खोदते हैं
सभी चूहे
एक से ही बिल खोदते हैं
मगर सभी मनुष्य
एक सा घर नहीं बनाते
किसी की झोपड़ी
किसी का महल
कोई बेघर
तो किसी का सौ घर
क्योंकि मनुष्य बुद्धिमान है
और बुद्धि की
एक अलग पहचान है