विज्ञानकु: लक्ष्य हमारा

01-06-2025

विज्ञानकु: लक्ष्य हमारा

सुभाष चन्द्र लखेड़ा (अंक: 278, जून प्रथम, 2025 में प्रकाशित)

 

लक्ष्य हो मित्र
विज्ञानकु का यश
फैले सर्वत्र। 
 
ज्ञान विज्ञान
पहुँचे सभी तक
हो यही टक। 
 
ज्ञान जो भी दें
नवीनतम हो वो
लाभदाई हो। 
 
ढोंग न फले
विज्ञान अनुकूल
समाज चले। 
 
देश में मेरे
फले फूले विज्ञान
यही आह्वान। 

0 टिप्पणियाँ

कृपया टिप्पणी दें

लेखक की अन्य कृतियाँ

कविता - हाइकु
स्मृति लेख
लघुकथा
चिन्तन
आप-बीती
सांस्कृतिक कथा
हास्य-व्यंग्य आलेख-कहानी
व्यक्ति चित्र
कविता-मुक्तक
साहित्यिक आलेख
विडियो
ऑडियो

विशेषांक में