विज्ञानकु: जेम्स वाटसन 

15-07-2021

विज्ञानकु: जेम्स वाटसन 

सुभाष चन्द्र लखेड़ा (अंक: 185, जुलाई द्वितीय, 2021 में प्रकाशित)

ईश्वर संग
सिर्फ़ खेलेंगे हम
जान लो तुम।
 
क्यों को जानना
क्या से ज़्यादा ज़रूरी
मेरा मानना।
 
न कुछ और
मस्तिष्क से जटिल
इस विश्व में।
 
आलस्य छोड़ें
अपने भविष्य को
इच्छा से मोड़ें।
 
स्वप्न बनाएँ
विज्ञान में जाएँ तो
नोबेल पाएँ।
 
देखो दूसरा
स्वप्न जब पहला
कर लो पूरा।
 
हो हमें ज्ञान
बनाए शक्तिमान
हमें विज्ञान।
 
करें मनन
जेम्स  वाटसन के
हैं ये कथन।
 

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