विज्ञानकु:  पुस्तक

01-11-2022

विज्ञानकु:  पुस्तक

सुभाष चन्द्र लखेड़ा (अंक: 216, नवम्बर प्रथम, 2022 में प्रकाशित)

विज्ञानकु से
न रहें अब दूर
मेरे हुज़ूर। 
 
नहीं द्विविधा
विज्ञानकु है अब
सार्थक विधा। 
 
काहे हो व्यग्र
विज्ञानकु पुस्तक
ख़रीदो शीघ्र। 
 
समझा नहीं
विज्ञानकु से दूर
आप रहे क्यों? 
 
गले लगाओ
विज्ञानकु को अब
सुकून पाओ।

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