विज्ञानकु: सर न्यूटन

15-01-2022

विज्ञानकु: सर न्यूटन

सुभाष चन्द्र लखेड़ा (अंक: 197, जनवरी द्वितीय, 2022 में प्रकाशित)

कला में नहीं
त्रुटियाँ टटोलिए
कलाकार में। 
 
सुदूर दिखा
ऊँचे थे सब कंधे
जहाँ मैं चढ़ा। 
 
चतुर वह
बिना शत्रु बनाए
जो हाँ करा दे। 
 
सच मिलेगा
जटिलता में नहीं
सरलता में। 
 
करें मंथन
बता गए न्यूटन
ये सब हमें। 

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