विज्ञानकु: चाह

15-10-2021

विज्ञानकु: चाह

सुभाष चन्द्र लखेड़ा (अंक: 191, अक्टूबर द्वितीय, 2021 में प्रकाशित)

यही है चाह
विज्ञानकु की अब
हो वाह वाह।
 
आप भी आयें
विज्ञानकु को राह
नई सुझायें।
 
विज्ञानकु को
लोकप्रिय बनाएँ
सुर में गाएँ।
 
बच्चों से अब
परिचय कराएँ
विज्ञानकु का।
 
मन है ख़ुश
हमारा विज्ञानकु
पा रहा यश।

1 टिप्पणियाँ

  • 19 Oct, 2021 06:32 PM

    विज्ञानकु का क्या अर्थ होता है?

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