विज्ञानकु: लक्ष्य

15-01-2023

विज्ञानकु: लक्ष्य

सुभाष चन्द्र लखेड़ा (अंक: 221, जनवरी द्वितीय, 2023 में प्रकाशित)

भाती है सदा 
विज्ञानकु विधा की
विशिष्ट अदा। 
 
कोशिश जारी
विज्ञानकुकारों की
संख्या हो भारी। 
 
विज्ञानकु हो
दुनिया में चर्चित
सभी का मत। 
 
बहन भाई
विज्ञानकु को चाहें
सभी भाषाई। 
 
गाँव शहर
विज्ञानकु की दिखे
अब लहर। 

0 टिप्पणियाँ

कृपया टिप्पणी दें

लेखक की अन्य कृतियाँ

कविता - हाइकु
स्मृति लेख
लघुकथा
चिन्तन
आप-बीती
सांस्कृतिक कथा
हास्य-व्यंग्य आलेख-कहानी
व्यक्ति चित्र
कविता-मुक्तक
साहित्यिक आलेख
विडियो
ऑडियो

विशेषांक में