ग़लतफ़हमी

15-05-2023

ग़लतफ़हमी

सुभाष चन्द्र लखेड़ा (अंक: 229, मई द्वितीय, 2023 में प्रकाशित)

 

वह रोज़ सवेरे अपने फ़्लैट की बालकनी की रेलिंग को पकड़कर कसरत करता था। एक दिन जैसे ही उसने रेलिंग पकड़कर ज़ोर लगाया, तभी भूकंप की वजह से धरती डोलने लगी। 

यह देख वह तेज़ी से अंदर गया और अपनी पत्नी से बोला, “आज तो मेरे बाज़ुओं ने धरती को भी हिला दिया। आज से कसरत बंद!” 

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