ऑपरेशन सिंदूर

15-05-2025

ऑपरेशन सिंदूर

प्रियंका सौरभ (अंक: 277, मई द्वितीय, 2025 में प्रकाशित)

 

नाम में एक शक्ति है, 
एक गर्व, एक पहचान, 
माँग का सिंदूर, रक्षा का प्रण, 
धधकते सूरज सा वीरता का सम्मान। 
 
यह सिर्फ़ एक शब्द नहीं, 
यह हृदय की ललकार है, 
यह मातृभूमि की माटी में, 
शौर्य का सिंदूर भरने का अधिकार है। 
 
जब सीमाएँ पुकारें, 
तो यह नाम गूँजता है, 
हवा में गर्जन बनकर, 
शत्रु के हौसलों को कुचलता है। 
 
यह वो पुकार है, 
जो बिछुड़ते परिवारों की आँखों में, 
आँसुओं के बीच मुस्कान भरती है, 
यह वो शक्ति है जो बलिदान की नींव रखती है। 
 
नाम में एक शक्ति है, 
एक ज्वाला, एक अभिमान, 
यह सिर्फ़ 'सिंदूर' नहीं, 
यह राष्ट्र के स्वाभिमान का ऐलान है। 

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