सच्चाई और चतुराई

01-02-2020

सच्चाई और चतुराई

राजनन्दन सिंह (अंक: 149, फरवरी प्रथम, 2020 में प्रकाशित)

एक व्यक्ति 
सच्चा दिखता है
और सच्चा होता भी है
उसकी सच्चाई, 
उसे वैसा कुछ 
करने नहीं देती
किसी योग्यता की 
पीठ पर उसे चढ़ने नहीं देती
किसी को नीचे धकेलकर 
अपने लिए ऊँचाई
हासिल करने नहीं देती 
किसी को लात मार
अपने सिर पर 
सफलता मढ़ने नहीं देती
उसकी सच्चाई, 
उसे सादगी रेखा से आगे 
बढ़ने नहीं देती


एक व्यक्ति सच्चा दिखता है
मगर वह सच्चा होता नहीं 
चतुर होता है
अपनी चतुराई से 
वह अपनी चतुराई छुपाकर
सच्चाई का प्रदर्शन करता है
सच्चाई का व्यापार करता है
उसकी चतुराई
उसे दूसरों की कमाई
चुराना सिखाती है
किसी का अँगूठा कटे 
कोई फाँसी पड़े  
स्वार्थ सधता हो तो 
चुप रहना सिखाती है
उसकी चतुराई
कभी-कभी उसे
बड़ी से बड़ी ऊँचाई
पर पहुँचाती है 

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