नहीं हमको भाती अदावत की दुनिया 

01-11-2024

नहीं हमको भाती अदावत की दुनिया 

डॉ. शोभा श्रीवास्तव (अंक: 264, नवम्बर प्रथम, 2024 में प्रकाशित)

 

122    122    122    122
  
नहीं हमको भाती अदावत की दुनिया 
बसानी है अब तो मोहब्बत की दुनिया
 
ये दुनिया बसी थी वफ़ा की ज़मीं पर, 
मगर दिख रही अब हिक़ारत की दुनिया 
 
हमें आपसे अब गिला कुछ नहीं है, 
बहुत देख ली ये शराफ़त की दुनिया 
  
बहुत बे अदब अब सनम हो गए हैं, 
मिली जब से उनको लियाक़त की दुनिया 
 
बिना मोल के कुछ मिलेगा न तुमको, 
जहाँ तुम हो वो है तिज़ारत की दुनिया 
 
जो सच हम कहें तो हो जाएँगे बाग़ी, 
ज़रा बच के, ये है बग़ावत की दुनिया 
 
भुला दोगे ‘शोभा’ जहाँ भर की नफ़रत, 
ये दिल है हमारा मुहब्बत की दुनिया 

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