दर्द को दर्द का एहसास कहाँ होता है
डॉ. शोभा श्रीवास्तव122 122 2121 122 22
दर्द को दर्द का एहसास कहाँ होता है।
दर्द वो लफ़्ज है जो दिल में लिखा होता है॥
असर तो इश्क़ का एक सा दिखता है दिल में,
मगर हर फ़साने का अंजाम जुदा होता है।
किसी की गिरेबां में नज़र उसने डाली तो है,
शख़्स ये वही है जो ख़ुदी से छुपा होता है।
ज़ुबान चुप है, होंठों पे लरज मचलती तो है,
मरमरी जज़्बा है, बस नज़र से बयाँ होता है।
ख़ुदा दे रहा है रात दिन सबको ही 'शोभा'
करे भी क्या वो जब चद्दर फटा होता है।
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