नहीं काम आती अदावत की दौलत

15-04-2025

नहीं काम आती अदावत की दौलत

डॉ. शोभा श्रीवास्तव (अंक: 275, अप्रैल द्वितीय, 2025 में प्रकाशित)

 

बहर: मुतकारिब मुसम्मन सालिम
अरकान: फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन
तक़्ती'‌अ:    122    122    122    122
 
नहीं काम आती अदावत की दौलत
लुटाओ सभी पर मोहब्बत की दौलत
 
वो दौलत कि जिससे मिले सबको राहत
फ़क़त है वो दुनिया में फ़रहत की दौलत
 
वो किस काम की है सदारत कि जिस पर
लुटानी पड़े ग़र शराफ़त की दौलत
 
हँसा कर तो देखो किसी ग़म-ज़दा को
मिलेगी वहीं पर ज़ियारत की दौलत
 
फ़रेबी ज़माना नहीं टिक सकेगा
दिखा दो अगर तुम सदाकत की दौलत
 
ज़माना भला क्या हराएगा मुझको
नवाज़ी खुदा ने लियाकत की दौलत
 
लो दीदार उनका हुआ आज 'शोभा'
ये दौलत भी क्या है क़यामत की दौलत

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