बच्चो चलो स्कूल

01-07-2024

बच्चो चलो स्कूल

डॉ. शोभा श्रीवास्तव (अंक: 256, जुलाई प्रथम, 2024 में प्रकाशित)

 

बच्चो चलो स्कूल, तुम्हें नवजीवन पुकारे। 
ज्ञान का ये दरबार तुम्हारा रस्ता निहारे। 
हर पाठ जीवन का पढ़ना है तुमको, 
जाओ गुरुजी के द्वारे। 
 
सपने तुम्हारे, सच होंगे सारे, आँखों में जो हैं समाये। 
स्कूल जो जाए, विद्या जो पाए, जग में वो नाम कमाये। 
तुम जो पढ़ोगे, जीवन गढ़ोगे, एक दिन शिखर पे चढ़ोगे, 
करके पढ़ाई दुनिया में बच्चों, आगे ही आगे बढ़ोगे। 
 
जाता है जो स्कूल वो अपना जीवन सँवारे। 
ज्ञान का ये दरबार तुम्हारा रस्ता निहारे। 
हर पाठ जीवन का पढ़ना है तुमको, 
जाओ गुरुजी के द्वारे। 
 
माता-पिता की बस ये तमन्ना, इंसान तुम नेक बनना। 
चरणों में गुरु के रहना समर्पित, बातें भलाई की सुनना। 
स्कूल का रस्ता, कांधे पे बस्ता, बेटा ये दौलत तुम्हारी, 
इक दिन समय के पन्ने में क़िस्मत लिख देगी शोहरत तुम्हारी। 
 
सहते जो राहों के शूल, ये दुनिया फूलों को वारे। 
ज्ञान का ये दरबार तुम्हारा रस्ता निहारे। 
हर पाठ जीवन का पढ़ना है तुमको, 
जाओ गुरुजी के द्वारे। 
 
बच्चों चलो स्कूल, तुम्हें नवजीवन पुकारे। 
ज्ञान का ये दरबार तुम्हारा रस्ता निहारे। 
हर पाठ जीवन का पढ़ना है तुमको, 
जाओ गुरुजी के द्वारे। 

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