किराया
सुनील कुमार शर्मावह बूढ़ी माँ को साइकिल से उतारते हुए बोला, “अम्मा! अगर आप बस पर डॉक्टर के पास जाती तो आपका आने-जाने का किराया दस रुपए लग जाता; बस के इंतजार मे परेशानी अलग, भीड़ के धक्के अलग खाने पड़ते। मैं आपको बड़े आराम से ले आया हूँ। आप मुझे केवल पाँच रुपए ही दे दीजिये।"
बूढ़ी माँ अपना रुमाल खोलते हुए बोली, “बेटा! मैं तो तुझे पाँच रुपए किराया दे रही हूँ; पर तुझे ये पता होना चाहिए, जब तू छोटा था तो गाँव से पाँच मील दूर, कमर-कमर तक पानी से भरी नदी पार करके मैं तुझे डॉक्टर के पास ले जाती थी, तो क्या तू उस समय का किराया मुझे दे सकता है।“
यह सुनकर वह शर्मिंदा होकर ज़मीन की तरफ देखने लगा।
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