ट्रेनिंग

01-05-2023

ट्रेनिंग

सुनील कुमार शर्मा  (अंक: 228, मई प्रथम, 2023 में प्रकाशित)

 

“रे बदलू! अब तू अपने इन मासूम बच्चों को भी उलटे काम सिखाने लगा है?” सड़क किनारे खड़े कीकर के पेड़ पर चढ़कर चोरी-चोरी लकड़ी काट रहे दो बच्चों की ओर इशारा करते हुए वह गाँव के जानेमाने लकड़ी चोर बदलू से बोला। 

“. . . . तू इसे उलटे काम कहता है? मैं तो इन्हें ऐसी ट्रेनिंग दे कर जा रहा हूँ कि ये मेरे बाद कभी भूखे नहीं मरेंगे,” बीड़ी का कश लगाकर खाँसते हुए बदलू बोला। 

0 टिप्पणियाँ

कृपया टिप्पणी दें

लेखक की अन्य कृतियाँ

लघुकथा
ग़ज़ल
कविता
सांस्कृतिक कथा
विडियो
ऑडियो

विशेषांक में