हम तो तन्हाई में गुज़ारा कर गए 

01-11-2022

हम तो तन्हाई में गुज़ारा कर गए 

सुनील कुमार शर्मा  (अंक: 216, नवम्बर प्रथम, 2022 में प्रकाशित)

2212       2212        2212 
 
हम तो तन्हाई में गुज़ारा कर गए 
जो साथ थे वो भी किनारा कर गए
 
छाई हुईं ख़ामोशियों मायूसियों 
का ग़म भरा ऐसा नज़ारा कर गए
  
सूरज के जैसा चमकने की उम्मीद थी 
वो तो हमें टूटा हुआ सितारा कर गए
  
जिस पर ख़फ़ा हो जाया करते थे कभी 
क्या सोचकर वो भी गवारा कर गए। 
 
यादों ने उनकी था है ग़म में मुझे 
लगता नहीं वो बेसहारा कर गए

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