तुम ने तो फेंक ही दिया जिस दिल को तोड़ कर

15-03-2024

तुम ने तो फेंक ही दिया जिस दिल को तोड़ कर

सुनील कुमार शर्मा  (अंक: 249, मार्च द्वितीय, 2024 में प्रकाशित)


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तुम ने फेंक ही दिया जिस दिल को तोड़कर 
हम आज भी खड़े उसी के टुकड़े जोड़कर 
 
जिसमें लिखी हैं तेरी वो तहरीरें मैंने तो 
उस पन्ने को रखा है उसी दिन से मोड़कर 
 
सीने में मेरे जो छिपा है अब भी राज़ है 
तुम्हें मिला क्या अपने ही भाँड़े को फोड़कर 
 
मैं भी अजीब आदमी हूँ मानता नहीं 
तुम कबके जा चुके हो मेरा साथ छोड़कर 
 
इस ज़िन्दगी में तो जो भी होना सो होना है 
कुछ फ़ायदा नहीं बिना मतलब के दौड़कर 

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