अधिकांश धर्मांतरित हो जाते स्वदेशी संस्कृति से दूर 

01-04-2025

अधिकांश धर्मांतरित हो जाते स्वदेशी संस्कृति से दूर 

विनय कुमार ’विनायक’ (अंक: 274, अप्रैल प्रथम, 2025 में प्रकाशित)

 

ग़ुलाम खिलजी तुगलक सैयद लोदी मुग़ल अँग्रेज़ 
अपना मज़हब फैलाने आए और सत्ता लिए सहेज 
आक्रांता ने खड्ग के ज़ोर से किया हिन्दू नरमेध 
पर धर्मांतरित हिन्दू में आतंकी हिंसा से ना खेद! 
 
धर्मांतरित आतंक लवजिहाद का करते नहीं विरोध 
उन्हें विधर्मी के हिंसा बलात्कार से ना अपराधबोध 
वे दूसरे की आस्था के प्रति होते नहीं संवेदनशील 
वे बिरादरी के घृणित कर्म को कहते नहीं अश्लील! 
 
आज धर्मांतरित हिन्दू का उन्मादी व्यवहार हो रहा
धर्मांतरण आज देश के लिए मारक हथियार हो रहा
धर्मांतरित हिन्दुओं को आक्रांताओं से प्यार हो रहा
धर्मांतरण से पूर्व के धर्मभाई का शत्रु तैयार हो रहा! 
 
धर्मांतरित हिन्दू को हिन्दुस्तान लगता अपना नहीं 
धर्मांतरित हिन्दुओं का भाव क्षेत्र विदेश में है कहीं! 
धर्मांतरित हिन्दुओं को प्रिय है आक्रांताओं की मही 
ग़ज़नी गोरी औरंगज़ेब ने जो किया, वो लगते सही! 
 
धर्मांतरित हिन्दुओं को पसंद तैमूरलंग व चंगेज़ खाँ 
माँ बहन बेटी के लुटेरे ऐबक अलाउद्दीन लगा भला! 
ग़ुलाम खिलजी तुगलक सैयद लोदी मुग़लों से रिश्ता 
धर्मांतरित को प्यारे हत्यारे सिखगुरु के सर्ववंश का! 
 
धर्मांतरित हिन्दू आबादी बढ़ाने का कर रहे विचार 
धर्मांतरित देश पर जनसंख्या दबाव को रहे नकार 
धर्मांतरितों को अपनी जनसंख्या बढ़ने का इंतज़ार 
धर्मांतरित फिर से अलग देश माँगने को है तैयार! 
 
विदेशी मज़हब में धर्मांतरण पर हो पूर्ण प्रतिबंध 
ताकि जन जन में बना रहे देश के प्रति समर्पण 
लोभ-लालच भय से धर्मांतरण कराना है पापकर्म 
जो मानव तन में भर देता है एक पूर्वाग्रही मन! 
  
विदेशी मज़हब में धर्मांतरण से मनुज होते धर्मांध 
धर्मांतरित मज़हबी ग़ुलाम माँगता अलग देश प्रांत 
धर्मांतरित हिन्दू इक़बाल जिन्ना से बना पाकिस्तान 
धर्मांतरित हिन्दू मिटाना चाहे हिन्दुत्व की पहचान! 
  
धर्मांतरण के पश्चात मानवता पे होने लगते आघात 
धर्मांतरित मज़हबी पूर्व धर्मभाई से करता है उत्पात 
धर्मांतरित मज़हबी में सहिष्णुता का होता है अभाव 
धर्मांतरित पाक बांग्लादेशी ने किया सनातन बर्बाद! 
 
धर्मांतरित जन पूर्व धर्म-भाई के लिए होता असहज 
अफगानी पाकिस्तानी बांग्लादेशी की ऐसी ही समझ
धर्मांतरित होकर अपने ही हो जाते अपनों के भक्षक 
धर्मांतरित जन धर्म मज़हब के नाम करते बकझक! 
  
अधिकांश धर्मांतरित हो जाते स्वदेशी संस्कृति से दूर 
धर्मांतरित हो जाते कलहप्रिय फ़सादी रूढ़िवादी मजबूर 
धार्मिक सोच संकुचित हो जाती, हाथ में थामते पत्थर 
भेदभावपूर्ण मानसिकता हो जाती और विचार से बर्बर! 
 
धर्मांतरित हिन्दू शिक्षा छोड़ कर के अशिक्षा में जीता 
धर्मांतरित मानव सद्भाव को त्याग दुर्भावना पालता! 
धर्मांतरित होते तामसी रह पाते नहीं सात्विक व्यक्ति
धर्मांतरित धारणकर लेते देश के प्रति शत्रु की प्रवृत्ति! 
 
धर्मांतरण के बाद दया अहिंसा का हो जाता तिरोभाव 
जो है मनुज का मूलधर्म जो मनुज जाति का स्वभाव! 
मानवता को पाशविक दुर्गुण से बचाता भारतीय दर्शन 
आज इन्हें चाहिए तर्क ज्ञान बुद्ध जिन सद्गुरु वचन! 
 
धर्मांतरित होकर विधर्मी अशांत कर देता जन जीवन 
धर्मांतरित जन देशभक्ति के प्रति होता उदासीन मन! 
धर्मांतरित जन दूसरे के धर्म आस्था से करते तकरार 
असहिष्णुता बढ़ जाती विधर्मी से करते हिंसा व्यवहार! 
 
धर्मांतरित मानव मानता नहीं अपने देश का एहसान 
धर्मांतरण करानेवाले होते छली कपटी नफ़रती इंसान! 
धर्मांतरित जन का बदल जाता रहन-सहन खान-पान 
धर्मांतरित मानव हो जाते विदेशी मज़हब का ग़ुलाम! 
 
हालाँकि धर्मांतरित मानव के बीच कुछ होते अपवाद 
जो धर्मांतरण के दुर्गुण पर चुप रहके करते अपराध! 
हर धर्मांतरित सनातनी को मालूम है अपनी सच्चाई 
इसलिए पुनः घरवापसी करके बन जाएँ स्वधर्म भाई! 
 
घरवापसी से विदेशी मज़हबी ग़ुलामी का क्लेश मिटेगा 
आर्थिक शिक्षा ज्ञान विज्ञान संपन्नता सद्विवेक जगेगा 
सर्वत्र शान्ति होगी, पराई माँ बहन बेटी से सद्भाव होगा 
मानवता की रक्षा होगी, मानव-मानव में भेदभाव मिटेगा! 
 
काल्पनिक सोच से मुक्ति मिलेगी पाखण्डी नहीं छलेगा 
विदेशी अनजाने जन को अपना समझने का भ्रम छटेगा
अपने पास पड़ोस के स्वदेशी भाइयों से अपनापन बढ़ेगा 
चैन सुकून मिलेगा, आतंकी सनकी दरिंदे से भय मिटेगा! 

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