चकोर की चतुराई

01-04-2015

चकोर की चतुराई

सुभाष चन्द्र लखेड़ा

चकोर जी ने वर्षों पहले सार्वजनिक रूप से यह घोषणा की थी कि यदि वह कभी प्रदेश की राजनीति में सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ते हुए मुख्यमंत्री की कुर्सी पा लेंगे तो वे अपने नगर में एक भव्य मंदिर बनवाएँगे। दस साल बाद उनकी यह मनोकामना पूरी हुई। मुख्यमंत्री बनने के कुछ ही महीनों बाद उन्होंने अपने नगर में कोई 4000 वर्ग मीटर में एक महलनुमा भवन का निर्माण करवाया। लोग सोच रहे थे कि मुख्यमंत्री बनते ही वे शायद अपनी मंदिर बनवाने वाली बात को भूल गए हैं लेकिन उनका ऐसा सोचना ग़लत था। चकोर जी ने अपनी घोषणा पर क़ायम रहते हुए अपने इस रिहायशी भवन को नाम दिया - "लोकसेवक मंदिर।"

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