राजीव कुमार – 040

01-10-2024

राजीव कुमार – 040

राजीव कुमार (अंक: 262, अक्टूबर प्रथम, 2024 में प्रकाशित)

 

1.
मेघ तो गिरा
आसमान की गोद
जल ना गिरा। 
 
2.
ग़म ना कर
अपने हालात पे
बीती बातों पे। 
 
3.
बंद कमरा
कमरा में सन्नाटा
दिल है मेरा। 
 
4.
देता है चला
प्यार का सिलसिला
शिकवा गिला। 
 
5.
साँझ कटोरा
दूधिया सी चाँदनी
भर के लाई। 
 
6.
अश्रु की धारा
ले करवट, हिले
मन पर्वत। 
 
7.
राह में नहीं
निगाह में बसता
प्यार कर राही। 
 
8.
जान की बाज़ी
आपकी दग़ाबाज़ी
नादान दिल। 
 
9.
अंधी थी दौड़
कुछ भी न हासिल
मंज़िल दूर। 
 
10.
दिल पे तेरा
आज भी इख़्तियार
यादें क़रार। 
 
11.
गुलाब खिला
घूँघट में हुज़ूर
धूप से दूर। 

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