राजीव कुमार – 034

15-06-2024

राजीव कुमार – 034

राजीव कुमार (अंक: 255, जून द्वितीय, 2024 में प्रकाशित)

 

1.
साथ न देगा
पैर भी खींच लेगा
जलनेवाला 
 
2.
ख़ंजर होगा
ऐसा भी मंज़र होगा
दोस्त के हाथ। 
 
3.
याद वो आया
जिसने दिया धोखा 
छोड़ा न मौक़ा। 
 
4.
मान न हार 
मुफ़लिसी का दौर
जाता है छोड़। 
 
5.
एक ही घाट पे 
बाघ और बकरी
साँस उखड़ी। 
 
6,
मेघ पहाड़
जब देते दहाड़
धरती भींगे। 
 
7.
पत्थर देव
आशीर्वाद सदैव
बड़ी है शक्ति 
 
8.
रंग है लाई
मेहनत आपकी
दुआ किसी की। 
 
9.
थोड़ी कसक
जब तक है बाक़ी
आरज़ू जवां। 
 
10.
लक्ष्य न दूर
तुम ना मजबूर
पाएगा ज़रूर। 

11.
छोड़ी जिसने
हार के पतवार 
हुआ ना पार। 

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