राजीव कुमार – 009
राजीव कुमार1.
पेट की आग
जलाने को आतुर
नीति की आग। 
 
2.
स्वयं का हित
जनहित की शकल
वाह री अक़्ल। 
 
3.
साम्राज्य डोला
सच किसने बोला? 
आज्ञानिषेध! 
 
4.
अग्निपथ
रक्त से लथपथ
कैसी शपथ? 
 
5.
खँजरी ने ली
ढोल से टक्कर तो
हिला साम्राज्य। 
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