प्रकृति हाइकु 

01-10-2025

प्रकृति हाइकु 

राजीव कुमार (अंक: 285, अक्टूबर प्रथम, 2025 में प्रकाशित)

 

1
पकी सरसों 
फुलाई कचनार 
आयी बहार। 
 
2
सँकरी घाटी 
कहीं ऊँचा पहाड़ 
जल की धार। 
 
3
कहीं ढलान 
समतल मैदान 
गहरी घाटी। 

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