राजीव कुमार – 027

01-01-2024

राजीव कुमार – 027

राजीव कुमार (अंक: 244, जनवरी प्रथम, 2024 में प्रकाशित)

 

1.
रहा जो धीर 
बदली तक़दीर 
टूटी ज़ंजीर। 
 
2.
बादल झूमा 
अम्बर के आँसू से 
धरती झूमी। 
 
3.
निकल रही 
दिल की हसरतें 
टीसती हुई। 
 
4.
सुरीली तान 
किसका है बखान 
कोयल करे। 
 
5.
बूँदों के वाण 
चलाओ बचे जान 
दयानिधान। 

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