ये नंदिनी किसकी है, लोग आपस में पूछेंगे

15-02-2024

ये नंदिनी किसकी है, लोग आपस में पूछेंगे

संजय कवि ’श्री श्री’ (अंक: 247, फरवरी द्वितीय, 2024 में प्रकाशित)

(मेरी पुत्री वैभवी/छोटेबाबू को जन्म दिवस 31 जनवरी की अनंत शुभकामनाएँ) 

मेरे ही प्राण से सिंचित, 
तुम्हारे गीत जब गूँजेंगे; 
ये नंदिनी किसकी है, 
लोग आपस में पूछेंगे। 
 
काल चक्र निर्बाध चलता रहेगा; 
स्वप्न मेरा तुम में पलता रहेगा। 
जग में मेरे अमिट चिह्न हो तुम; 
प्रतिबिंब हो जैसे अभिन्न हो तुम। 

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