अहमियत है जंग की लड़ने का हुनर

15-07-2023

अहमियत है जंग की लड़ने का हुनर

संजय कवि ’श्री श्री’ (अंक: 233, जुलाई द्वितीय, 2023 में प्रकाशित)

दिया हूँ, बुझूँगा भी, 
मगर अभी हूँ, 
तू अँधेरे का ज़िक्र न कर। 
अहमियत है जंग की
लड़ने का हुनर, 
जीतने हारने की फ़िक्र न कर। 

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