कोटिशः अभिनंदन मेरी प्रिये!

15-01-2024

कोटिशः अभिनंदन मेरी प्रिये!

संजय कवि ’श्री श्री’ (अंक: 245, जनवरी द्वितीय, 2024 में प्रकाशित)

नववर्ष 2024 की अनंत शुभकामनाओं के साथ विशेष रूप से समर्पित!
 
कोटिशः अभिनंदन मेरी प्रिये!
शुभ मंगल नव वर्ष रहे;
आश्रय प्रियतम की बाँहें हो, 
पुलकित मन में हर्ष रहे।
 
उजली रातें मद्धिम बातें,
प्रीति रीति कहते सुनते;
कर थाम तुम्हारे साथ चलें,
हम स्वप्न नये गढ़ते बुनते।
 
मेरे स्पंदन की ध्वनि में,
गुंजित नाम तुम्हारा हो;
मेरी साँसों के थमने तक,
मुझमें विश्राम तुम्हारा हो।
 
कोटिशः अभिनंदन मेरी प्रिये!
ये प्रणय अखंड प्रचंड रहे;
कीर्ति सुकीर्ति संकल्प सिद्धि,
जीवन उज्वल मार्तण्ड रहे।
 
कोटिशः अभिनंदन मेरी प्रिये!
शुभ मंगल नव वर्ष रहे;
आश्रय प्रियतम की बाँहें हो, 
पुलकित मन में हर्ष रहे।

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