भारत कण कण में जाग उठा,
दुनिया ने हमें प्रणाम किया।
वसुधैव कुटुंबकम रीति रही,
सुंदर विचार को मान दिया;
है ऋषि मुनियों का देश मेरा,
जग को ज़ीरो का ज्ञान दिया।
जन जन में है जाग्रत भारत,
निर्मल भारत, सुंदर भारत;
है शांति शक्ति का दूत बना,
हो गया आत्मनिर्भर भारत।
राफेल लेकर उड़ता भारत,
रिपु के चक्षु में गड़ता भारत;
जल में, थल पर, नभ में देखो,
अद्भुत कौशल करता भारत।
प्रज्वल मशाल ले देश मेरा,
है विश्वगुरु की डगर चला;
जग को हम वैक्सीन दे,
मानवता का कर रहे भला।
नव राष्ट्र सृजन का नारा दे,
मोदी जी ने आह्वान किया;
भारत कण कण में जाग उठा,
दुनिया ने हमें प्रणाम किया।
भारत कण कण में जाग उठा,
दुनिया ने हमें प्रणाम किया।