कुछ बात कहनी है तुमसे

15-05-2024

कुछ बात कहनी है तुमसे

राहुलदेव गौतम (अंक: 253, मई द्वितीय, 2024 में प्रकाशित)

 

कुछ बात कहनी है तुमसे, 
बैठा हूँ समन्दर के पास
बस कुछ ही समय में डूब जायेगा
इसके तल में सूरज! 
लहरें क़दमों को छू-छूकर, 
वापस जा रही हैं . . .! 
अपनी आँखों में समन्दर का गहरा मौन, 
भर चुका हूँ, 
बैठा हूँ अकेला समन्दर के पास
कुछ बात . . .
कहनी है तुमसे! 

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