आदमी

राहुलदेव गौतम (अंक: 260, सितम्बर प्रथम, 2024 में प्रकाशित)

 

सरहद पर हथियार लेकर खड़ा है‌ जो 
वह आदमी है 
चौराहे पर सीटी बजाकर हाथ दिखाता है जो 
वह आदमी है 
ऑटो रिक्शा पर एक पैर के सहारे खड़ा होकर 
सफ़र करता है जो वह भी आदमी है 
बिजली के खंभे पर जो खड़ा है वह भी आदमी है 
किसी घर के सामने खड़ा होकर अपने होने का सबूत 
दे रहा है जो वह भी आदमी ही है। 
कितना फ़र्क़ है, 
आदमी, आदमी बनने में . . .! 

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